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इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-17)

       


पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि ऋषभ ......अवनी का हाथ पकड़ कर डोर खोलता है तो दोनों शॉक होकर कहते है ,
ऋषभ - अवनी - तुम ???

( तभी पीछे से आवाज आती है तुम नहीं हम है , दोनों फिर पीछे मुड़ जाते है और देखते है उनके सामने अर्थ , खुशी , टविंकी और रेहान खड़े मुस्कुरा रहे तो ऋषभ फिर आनंद से पूछता 
है)

ऋषभ -(आनंद से) तुम यहां क्या कर रहे हो ?
अर्थ  -( मुस्कुराते हुए ) आपको क्या लगा आप हमे सस्ते में निपटा लोगे और बहुरिया को ले जाओगे ....
ऋषभ - क्या मतलब ?
रेहान - वी वांट मनी....
ऋषभ - ( हैरानी  से ) क्या मतलब ????
ट्विंकी - ( झुंझलाकर ) आह ...ये कितना क्या मतलब कर रहे .... ए आनंद ..बहुरिया को अंदर ले जाओ...

(आनंद फिर अवनी का हाथ पकड़ कर अंदर कर लेता है और दरवाजे पर हाथ - पैर फैला कर खड़ा होकर कहता है ,)
आनंद -(हंसते हुए )  हमे द्वार छेकाई का नेग चाहिए ।
ऋषभ - ओह रियली पर मैंने सुना है कि ये रसम सिर्फ बहने करती है ...
आनंद - ए अभी थारी बहन नहीं है .....एक समझदार भाई है तो  बस वही करेगा रसम ...
ऋषभ - कहा है जरा मुझसे भी मिलवाना ...
आनंद - ( घूरते हुए ) अगर नेग नहीं दिया तो बस यही रात भर बैठो ..
(ऋषभ देखता है कि अवनी सीढ़ियों से ऊपर चढ़ रही है ...तो रेहान उसे देखकर कहता है )
रेहान - भाई बहुरिया तभी मिलेगी जब मनी दोगे ,
(ऋषभ घूरते हुए फिर सबको नेग देता है और कहता है सुबह बताता है तुम सबको ..तो अर्थ कहता है ,)
अर्थ - (ऋषभ को ) दूधो नहाओ,
आनंद - पूतो  फलों 
खुशी -  ( नाक सिकोड़ते हुए ) हो गया ....अब चलो सब यहां से ....
आनंद - तुम लोग चलो मै आता हूं ........
(सब लोग फिर बाहर चले आते है तब आनंद.....ऋषभ का हाथ पकड़ कर कहता है )
आनंद - और भाई कैसी लगी बहुरिया हमारी पसंद थी। 
(ऋषभ कुछ नहीं बोलता है )
आनंद - ए साइलेंट मोड़ ...अब तक नाराज हो क्या ..
चलो माफ कर दो अपने प्यारे भाई को वरना पता है ना भाग जाऊंगा अमेरिका ......
ऋषभ - तो जाओ ...
आनंद - (ही ही ) मजाक कर रहा मै भाई ..अच्छा सॉरी आज के लिए जो जो कहा था मैंने ....
ऋषभ - ठीक है माफ कर दिया ....अब जाओ ..
आनंद - ओय होय बहुत जल्दी है 
(तभी आनंद देखता है कि पीछे अवनी सीढ़ियों पर ही चल रही है तो चिल्ला कर पूछता है )
आनंद - भाई जान एक सवाल पूछूं ?
ऋषभ - तुम इतना चिल्ला क्यों रहे ?
आनंद - आप हमारी भाभी जान से प्यार करते हो क्या ?
ऋषभ - (मुस्कुराते हुए कहता है ) हां 

(पीछे अवनी जब ये सुनती है तो उसके कदम वहीं  रुक जाते है ......वो सोचने लगती है कि आखिर ये है क्या ...कभी ना कहते है तो कभी हां ...तभी आनंद कहता है )
आनंद - भाभी आपको रूम्स में कंफ्यूज होने कि जरूरत नहीं है ...सामने देखिए खडूस लिखा है ना वहीं है आपका रूम ...
(इधर ऋषभ अवनी का नाम सुन थोड़ा हड़बड़ा कर , आंखे फाड़ फाड़ कर पीछे  अवनी को देखने लगता है तो आनंद कहता है  )
आनंद - ( ऋषभ से ) भाई ऐसे घूरोगे तो भाभी डर कर भाग जाएंगी
ऋषभ -(घूरते हुए ) अब तुम जाओ यहां से ...
आनंद - हूह  जा रहा...... ..मै कौनसा यहां मुजरा करने आया हूं ....
( इतना कहकर आनंद वहा से बाहर चला जाता है और  ऋषभ फिर  डोर बंद करके  सीढ़ियों पर चढ़ ता है और  अवनी को गोद में उठा लेता है तो   अवनी उसे घुर घुर कर देखने लगती है जिसकी वजह से वो कहता है ,
ऋषभ - ऐसे मत देखिए वरना ...
अवनी -(बीच में ही) नहीं होगा प्यार कभी नही होगा ...
ऋषभ - ओह
अवनी - जी 

(ऋषभ बिना कुछ कहे अपने रूम का दरवाजा खोलता है तो अवनी झट से उसकी  गोद  से उतर जाती है और देखती है कि सारा रूम ही ब्लैक है , पर्दे ,बेड  सब कुछ ...

तो ऋषभ फिर अवनी का हाथ पकड़ लेता है और  बेड के नजदीक जाकर  जैसे ही  वो मुड़ता  है  उसका पैर अवनी के  लहंगे मे फंस जाता है जिसकी वजह से  वो हड़बड़ा कर अवनी को लेकर बेड पर गिर जाता है तो दोनों के गिरते ही  बेड में से चड - चड की आवाज़ आने लगती है जिसे सुन  दोनों एक दूसरे को देखते फिर ऋषभ कहता  है ,
ऋषभ - (हैरानी से) अवनी  आप इतनी भारी है कि बेड ही टूट गया ...
अवनी -  (घूरते हुए  ) अच्छा जी मै भारी  हूं ......तबसे गोद में उठाकर लाए तो भारी नहीं लगी .. वाह 

( दोनों फिर बेड से उठ जाते है  ...उठने के बाद ऋषभ बेडशीट हटाकर देखता है तो  पूरे बेड पर पापड़ बिछे हुए है ...वो  फिर एक पापड़ उठाता है और पढ़ता है " हैप्पी हनीमून खडूस भाई और मेरी प्यारी भाभी......अवनी  जब ये देखती  है  तो जोर जोर से हंसने लगती है जिसकी वजह से ऋषभ उसे ऐसे हंसते हुए देख अवनी को  अपनी तरफ खींच कर गोद में उठा लेता है और बेड पर लिटा देता ......तो अवनी हंसना रोककर उसे देखने लगती है  वही ऋषभ उसके ऊपर झुक जाता है और  धीरे धीरे ही उसे  ज्वेलरी से आजाद कर  देता है तो अवनी तेज सांसे लिए हुए अपनी पकड़ बेडशीट से मजबूत कर लेती हैं और देखती है की उसने उसका हाथ पकड़ लिया और  उसकी तरफ बढ़ रहा तो वो डर के मारे अपनी आंखे बंद कर लेती .....पर उसे कुछ पल बाद  महसूस होता है कि उसका हाथ ढीला पड़ गया वो धीरे धीरे आंखे खोलती और देखती है कि ऋषभ अपनी ड्रेस चेंज कर रहा है नाइट सूट में फिर वो बेड पर आता है और अवनी को अपनी तरफ करके आहिस्ते से ही उसके माथे को चूम कर अपनी   आंखे बंद कर लेता तो  अवनी हैरानी से सोते हुए ऋषभ की तरफ देखने लगती है और  सोचती है ( आप हैं क्या आखिर  ) फिर वो भी जाकर अपना लहंगा चेंज करती है और आकर ऋषभ के बगल मे ही सो जाती है ....

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दूसरी तरफ आनंद जब बाहर आता है तो देखता है कि खुशी कार के बाहर ही खड़ी है तो वो कहता है ,
आनंद - आपका यहां से जाने का प्लान नहीं है क्या ?
खुशी -( जो आलरेडी गुस्से में होती है कहती है ) नहीं है ..मुजरा करने का मन कर रहा आप भी करेंगे क्या 
आनंद - ओय चुहिया जब देखो तो गुस्से में ही रहती हो ..पहले वाली ही खुशी अच्छी थी .....
(खुशी ..आनंद की तरफ देखने लगती है तो अर्थ कहता है)
अर्थ - अगर नयन मिलाप हो गया हो तो हम चले ....
(खुशी ... आनंद की तरफ देखना छोड़ कहती है ,)
खुशी - कार का डोर खोलिए पहले ....
रेहान - फूल है सारी सीट्स ..
खुशी - कितना झूठ बोलते हो ..पीछे सीट पूरी खाली है मुझे बैठने दो वहां ...
ट्विंकी - चलो अब यार वरना मॉम गुस्सा हो जाएंगी ..
(अर्थ कार स्टार्ट कर देता है और वहां से निकल जाता है , और खुशी उन्हे गुस्से में ही देखती रह जाती है तो आनंद कहता है )
आनंद - आप मेरे साथ चल सकती है ...
खुशी - और कोई चारा ही कहा है ..
आनंद - (हंसते हुए ) आप गाय थोड़े है जो चारा खाएंगी ..
(खुशी उसके माथे पर बहुत तेज से चट मारती है और आकर बाइक के पास खड़ी हो जाती ....आनंद अपने माथे को सहलाता है और कहता है एक दिन बहुत मजा  चखाऊंगा आपको ..फिर बाइक स्टार्ट करता  और वहां से निकल जाता है ...खुशी उससे थोड़ी दूर होकर बैठी होती है तभी ब्रेकर्स आता है तो वो आनंद को कसकर पकड़ लेती और कहती है ,
खुशी - आप बाइक थोड़ी धीरे चलाइए .....
आनंद - (मुस्कुराते हुए ) ठीक है 

(आनंद फिर बाइक धीरे चलाने लगता है और मिरर मे खुशी को देखता है जो एक हाथ से अपने उड़ते हुए बालो को संभाल रही होती है .. तभी .अचानक से ही बाइक के सामने कार आकर रुक जाती है तो आनंद हड़बड़ा कर ब्रेक मारता है और खुशी भी आनंद को कसकर पकड़ लेती है ....)

खुशी - ( हांफते हुए ) स्वर्ग पहुंचाने का प्लान था क्या ...
( आनंद कुछ नहीं कहता  और  सामने देखता है कि कार का डोर खोल कर रोहन बाहर आ रहा है ....आनंद और खुशी भी बाइक से उतरते है तो खुशी कहती है ,)
खुशी - रोहन जी आप यहां ....
रोहन - (खुशी का हाथ पकड़कर ) जी ....अब आप चलिए मेरे साथ ..
(खुशी आनंद की तरफ हैरानी से देखती  है तो आनंद उसका हाथ छोड़ देता और कहता है )
आनंद - खुशी जी  मेरे साथ आईं थी तो मेरे साथ ही जाएंगी ....
रोहन -(खुशी से ) मॉम बुला रही है ...आप जाकर कार में बैठिए ..
(खुशी ....आनंद को दुखी चेहरे से देखती है और जाकर कार में बैठ जाती है ..तब रोहन...आनंद से कहता है )
रोहन - मिस्टर आनंद कश्यप ...मुझे आपसे कोई दिक्कत नहीं पर आप खुशी जी से दूर रहा करिए ...
आनंद - (हाथो को फोल्ड करते हुए कहता है ) पर मुझे है दिक्कत ..
(और फिर अपनी बाइक स्टार्ट करता है और वहां से फ़ूल स्पीड में निकल जाता है....रोहन भी फिर अपनी कार स्टार्ट करता है और वहां से चला जाता है )

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अगली सुबह 8 बजे के आस पास अवनी की नींद खुलती है  तो वो  आंखे बंद किए हुए ही कहती है ,
अवनी - परी ,विवेक जल्दी उठ जाओ स्कूल नहीं जाना क्या ...
( तभी हंसते हुए कोई कहता है मैम ये आपका ससुराल है ,अवनी आवाज सुन झटके से आंखे खोल कर दरवाजे के पास देखती है कि एक लड़की खड़ी जो बिल्कुल अवनी की ही हमउम्र कि है तो वो कहती  )
अवनी - आप कौन ?
लड़की - गुड मॉर्निंग मैम मै लिली फर्नाडीज ..आपकी असिस्टेंट ..
अवनी - (हैरानी से ) मेरी असिस्टेंट ..
लिली - यस मैम ..
( अवनी ..लिली की तरफ देखते हुए बेड से उतरती है और कहती है ,)
अवनी - आप मुझे अवनी कह सकती है ।
लिली - सॉरी मैम पर मास्टर ने आपको मैम कहने के लिए कहा है ......
अवनी - मास्टर मतलब ऋषभ जी ?
लिली - जी ..... मैम अब आप तैयार हो जाए ...मास्टर आपका नीचे वेट कर रहे है ....

( लिली फिर  चली जाती है ,  अवनी डोर बंद करके बालकनी मे आकर बाहर का नजारा देखती है तो दंग हो जाती है क्योंकि सामने जंगल ही जंगल होता है ....वो खुद से कहती है )

अवनी - ये मै कहा आकर फंस गई ..जंगल के अंदर  कौन घर लेता है ...
(फिर वो  ड्रेस लेती है और फ्रेश होने चली जाती है ......नीचे हॉल में ऋषभ अकेले डाइनिंग टेबल पर बैठा होता है सूट - बुट मे....और न्यूजपेपर पढ़ रहा होता है ,

अवनी भी तैयार होकर सीढ़ियों पर आती है तो ऋषभ उसे तिरछी नजरों से देखने लगता है , अवनी ने 
पीले रंग की साड़ी पहन रखी होती है ,

तभी कुक ब्रेकफास्ट लेकर आता है और कहता है ,
कुक - मास्टर आपका ब्रेकफास्ट 
(ऋषभ अब नजरे फेरकर ... न्यूजपेपर देखने लगता है और इशारे से ब्रेकफास्ट टेबल पर रखने के लिए कहता है  तो अवनी भी टेबल के पास आकर खड़ी हो जाती है और कहती है ,)

अवनी -( बिना किसी भाव के )  गुड मॉर्निंग मास्टर ...
(ऋषभ ..जो कॉफी पी रहा होता है रुक जाता है  अवनी की तरफ देखकर कहता है  )
ऋषभ - आप मुझे ऋषभ बोल सकती है ..
अवनी - पर लिली तो आपको मास्टर कह रही है ..
ऋषभ - वो कह सकती है ..
अवनी - पर क्यों ???
ऋषभ -(आंखे बंद करके कहता है ) क्योंकि आप मेरी वाइफ है लिली नहीं ...
(अवनी ये सुनकर चुप हो जाती और शांति से चेयर पर बैठ कर सोचती है  (अवनी तेरा दिमाग ठीक तो है ना ..ये सुबह सुबह क्यों बकवास कर  रही खडूस से....कहीं गुस्सा आ गया तो जंगल में छोड़ देंगे और फिर तूझे जंगली भेड़िया😐 खा ...)चिल्ला कर कहती है ,
अवनी - (आंखे बंद किए हुए ) नहीं  ..मुझे जंगल में मत छोड़ना ..
ऋषभ -(खाना रोककर ) क्या हुआ आपको ?
लिली - मैम आप ठीक है ..
(अवनी एक आंख खोलकर देखती है तो सब उसे हैरानी से देख रहे होते है )
अवनी - सॉरी ...कुछ नहीं हुआ आप लोग अपना काम कीजिए ....
(ऋषभ फिर अपना ब्रेकफास्ट फिनिश करके ...अवनी के पास आता है और उसके गालों पर किस करके उसके हाथ में एक पेपर देकर अपना लैपटॉप लेता है  और बाहर चला जाता है ......वही अवनी ऋषभ की इस हरकत से  बिल्कुल स्टैचू की तरह रुक गई होती है उसे लिली कहती है  ,
लिली - मैम आपका ब्रेकफास्ट लाऊ ....
अवनी - ( होश में आकर ) ये क्या था अभी ?
लिली - सर ने आपको किस किया 
अवनी - ( आंखे बड़ी करके )ओह नो सबके सामने ........
लिली - (मुस्कुराकर ) मैम अब आप इसकी आदत डाल लीजिए .....
अवनी - ठीक है .....नहीं ये अजीब है 

( लिली फिर अवनी का ब्रेकफास्ट टेबल पर रख देती और कहती है ,)
लिली - मैम अब आप खा लीजिए वरना मास्टर गुस्सा करेंगे ...
अवनी - ठीक है खा लूंगी ...पहले ये पढ़ लेती हूं ...
लिली - शायद लव लेटर है (aww so sweet )

( अवनी आंखे बड़ी बड़ी करके  पेपर खोलती है  जिसपर बड़े बड़े अक्षरों में लिखा होता है )
      
                    🏘️    - घर के नियम -    🏘️ 


अवनी माथे पर हाथ रखकर कहती है लिली ये देखो लव लेटर ....


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क्या होगा लव लेटर में?

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11 Comments

Ashant.

26-Apr-2022 09:05 PM

👍👍

Reply

Gunjan Kamal

31-Mar-2022 09:18 AM

Intresting part 👌

Reply

Rohan Nanda

01-Feb-2022 04:22 PM

Badhiya love later ya kaid me rhne ki chargesheet...

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